दिल्ली में उपराज्यपाल के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी बिजली के दाम बढ़वाने की साज़िश रच रही है। दिल्ली सरकार द्वारा नॉमिनेट किए गए डीईआरसी के चेयरमैन को उपराज्यपाल के माध्यम से हटा दिया जाता है और अब मात्र एक ही पुराने सदस्य के साथ डीईआरसी चल रहा है और ऐसी ख़बरें हैं कि जल्द ही बीजेपी एलजी के माध्यम से दिल्ली में बिजली के दाम बढ़ाने की साज़िश को अंजाम देने वाली है।
पार्टी कार्यालय में आयोजित हुई प्रेस कॉंफ्रेंस को सम्बोधित करते हुए पार्टी के मुख्य प्रवक्ता एंव विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ‘भारतीय जनता पार्टी दिल्ली में उपराज्यपाल के माध्यम से बिजली के दाम बढ़ाने की साज़िश को अंजाम दे रही है। आम आदमी पार्टी की सरकार ने पिछले ढाई साल से दिल्ली में बिजली के दाम नहीं बढ़ने दिए हैं, दिल्ली सरकार ने डीईआरसी के चैयरमैन पद पर जिस अफ़सर को बिठाया था बीजेपी ने एलजी के माध्यम से उन्हें हटवा दिया और अब डीईआरसी सिर्फ़ एक पुराने सदस्य के साथ ही चला रहा है। ये वही सदस्य हैं जिनकी नियुक्ति शीला दीक्षित जी के वक्त में हुई थी।
दिल्ली के उपराज्यपाल की नियुक्ति भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार के माध्यम से हुई है और उपराज्यपाल बीजेपी के कहे अनुसार ही काम करते हैं लिहाज़ा बिजली के दाम बढ़वाने के लिए भी एलजी महोदय बीजेपी की साज़िश का एक किरदार होंगे। लेकिन आम आदमी पार्टी दिल्ली के लोगों को यह भरोसा देती है कि अतीत में भी आम आदमी पार्टी की सरकार ने बिजली के दाम नहीं बढ़ने दिए थे और भविष्य में भी हम ऐसा नहीं होन देंगे, आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार बिजली के दाम किसी भी क़ीमत पर नहीं बढ़ने देगी।
दिल्ली में बिजली की दरों में वृद्धि करने के लिए बिजली कम्पनियों के साथ मिलकर साज़िश को अंजाम दिया जा रहा है
- डीईआरसी का सिर्फ़ एक सदस्य बिजली कम्पनियों की टैरिफ याचिकाओं पर निजी विमर्श कैसे कर सकता है?
- इस अनावश्यक अभ्यास को आख़िर गुप-चुप तरीक़े से क्यों किया जा रहा है?
- हमारे विधायकों ने डीईआरसी के समक्ष बिजली कम्पनियों की टैरिफ बढ़ाने की याचिकाओं पर अपनी आपत्ति दर्ज की है
- पूर्व एलजी नजीब जंग ने दिल्ली की निर्वाचित सरकार द्वारा डीईआरसी अध्यक्ष की नियुक्ति को आखिर क्यों रद्ध कर दिया था?
- डीईआरसी के अध्यक्ष की नियुक्ति को रदध करने की साज़िश को नजीब जंग के माध्यम से बीजेपी ने अंजाम दिया था
- आम आदमी पार्टी डीईआरसी को टैरिफ मुद्दे पर साफ़ चेतावनी देती है क्योंकि डिसकॉम से बकाया राशि वसूलने में आयोग की भूमिका स्पष्ट रूप से संदेह के घेरे में है
- बिजली कम्पनियों की धोखाधड़ी की जांच के लिए डीईआरसी ने अब तक क्या किया है?
- डीईआरसी बिजली कम्पनियों की धोखाधड़ी से निबटने में पूरी तरह से बेअसर साबित हई है